Caterpillar | kids hindi story | bal-katha.best kids bedtime stories.
Caterpillar
एक दिन कैटरपिल्लर जंगल में घूमने निकला।घूमते-घूमते वो एक सुन्दर सी गुफा के पास पंहुचा।उसने अपनी गर्दन उठा कर इधर-उधर देखा।पास में कोई नहीं था।कैटरपिलर खुद से बोला " यहाँ तो कोई नहीं है" और वो गुफा के अंदर चला गया।गुफा के अंदर के चिकना बड़ा सा पत्थर था।कैटरपिलर उस पर चढ़ कर लेता और उसे नींद आ गई।
Kids hidi story की इस श्रृंखला में हम पढ़ रहे हैं एक बहुत प्यारी कहानी Caterpillar जो एक छोटे से प्यारे से caterpillar की नादानी की कहानी हैं।पसंद आये तो शेर जरूर करें।
वो गुफा एक खरगोश की थी।जब खरगोश जंगल से लौटा तो उसने गुफा के आगे किसी के रेंग कर अंदर जाने के निशान देखे।वो दर गया क़ि, कौन मेरे घर में घुस गया है ? खरगोश ने बाहर से ही पूछा।
"अंदर कौन है ?"
आवाज सुन कर कैटरपिलर की नींद खुल गयी।कैटरपिलर ने अपनी गोल गोल आँखों को इधर-उधर घुमाया।छोटे से मुँह से मुस्कराया और जोरदार आवाज में बोला।
"मैं वो हूँ ,..जो गैंडो पर मोहर लगा दूँ और हाथियों को धूल चटा दूँ.."
ऐसी आवाज सुन कर खरगोश के तो होश ही उड़ गए।
तभी वहाँ से एक जैकाल गुजरा।खरगोश ने उसे रोका और कहा।
" दोस्त ,देखो पता नहीं कौन मेंरे घर में घुस गया है। क्या तुम मेरी मदत कर सकते हो ? "
" हा क्यों नहीं.. मुझे तुम्हारी मदत कर के ख़ुशी होगी।"
और जैकाल गुफा के नज़दीक गया और उस ने गरज कर पूछा।
"हे तुम कौन हो ? जो मेरे प्यारे दोस्त के घर घुस कर बैठे हुए हो।"
कैटरपिल्लर ने उसी तरह गरज कर कहा।
" मैं वो हूँ जो गैंडो पर मोहर लगा दूँ.. और हाथियों को धूल चटा दूँ।"
ये सुन कर जैकाल दर से काँपने लगा।उसने सोचा जो हाथियों को धूल चटा सकता है उसे मैं कैसे हरा सकता हूँ? "मैं तुम्हारी मदत नहीं कर सकता" ऐसा कह कर वो भाग गया।
अब वहाँ से एक तेंदुआ गुजरा। खरगोश ने तेंदुऐ को सारी बात बताई। तेंदुआ बोला " मै तुम्हारी मदत करूँगा। मैं जैकाल से बहुत ज्यादा ताकतवर हूँ।"
वो गुफा के करीब जा कर गरज के बोला।
"मेरे दोस्त के घर कौन घुस कर बैठा है ?"
कैटरपिलर ने वहीं सब दोहरा दिया जो उसने पहले बोला था।
सुन कर तेंदुआ सोचने लगा क़ि ये कितना ताकतवर प्राणी है ? जो हाथी का इतना बुरा हाल कर सकता है ,मेरा क्या हाल करेगा ?..
तेंदुआ भी डर कर भाग गया।
तभी एक गेंडा वहाँ से गुजरा। खरगोश की परेशानी सुन कर बोला।
" मुझसे ताकतवर कोई है क्या ?"
" बिल्कुल नहीं.." खरगोश ने कहा।
गेंडे ने अपने नाक पर लगे नोकीले सींग को इधर उधर घुमा कर जोर से पूछा।
" कौन हे अंदर ?"
अंदर से कैटरपिलर ने कहा।
" मै वो हूँ जो गेंडे के मोहर लगा दूँ.."
सुन कर गेंडा डर गया।
उसके बाद वहाँ से हाथी गुजरा। उसे देख कर खरगोश को आशा बंधी क़ि ये मेरी मदत जरूर कर सकता है। खरगोश ने अपनी परेशानी हाथी को बताई।सुन कर हाथी हँसने लगा।
" अरे ये तो मेरे बाए हाथ का काम है.. क्या इस जंगल में कोई मेरे से भी ज्यादा ताकतवर है?"
हाथी धम धम करता हुआ इतरा कर गुफा के पास आया और चिंघाड़ कर बोला।
" कौन हो तुम? मेरे दोस्त के घर घुसने की तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई ?"
कैटरपिलर ने अपनी गोल गोल आँखों को दो बार झपका और जोर से बोला।
" हां मै वो हूँ जो गैंडो पर मोहर लगा दूँ.. और हाथियों को धूल चटा दूँ .."
ये सुन कर हाथी ने सोचा ये तो मेरे से भी ज्यादा विशाल प्राणी लगता है। ना बाबा मुझे धूल नहीं चाटनी।और हाथी दर कर पीछे है गया।
खरगोश परेशानी में आ गया। अब क्या होगा ? हाथी ने भी हार मान ली अब मेरा घर खाली कौन करायेगा ?
अब वहाँ एक मेंढ़क उछलता हुआ आया। "मै तुम्हारी मदत करूँ ?"'
"तुम..? जैकाल,तेंदुआ,गेंडा और हाथी सभी मेरी मदत को आये लेकिन कोई उसे नहीं हर सका।तुम बहुत छोटे हो।"
"जब सब मदत को आये तो मै क्यों नहीं.?..एक कोशिश मै भी करता हूँ।"
मेढक ने कहा और उछल कर गुफा के पास आ गया। उसने टर्रा कर पूछा।
"कौन है मेरे दोस्त के घर में..?"
कैटरपिलर ने जोर से कहा।
" में वो हूँ जो गेंडे पर मोहर लगा दूँ ..हाथी को धूल चटा दूँ.."
सुन कर मेढक गुफा के थोड़ा और पास चला गया और फिर टर्राया.." और मै वो हूँ जो हाथी को धूल चटाने वाले को ज़मीन पर मसल दूँ .."
कैटरपिल्लर ने गोर से गुफा के सामने देखा।एक बड़ी से परछाई उसके नज़दीक आ रही थी। वो डर कर सोचने लगा। मै कितना छोटा हूँ ,इतनी बड़ी बातें मै कैसे बोल सकता हूँ? अब मुझे यहाँ से निकलना चाहिए।और वो किनारे से सरक सरक कर गुफा से बाहर निकलने लगा।ये सोच कर क़ि उसे कोई देख नहीं पायेगा।
लेकिन कैटरपिलर को सब ने देख लिया।
"मै अब सपने में भी इधर आने की नहीं सोचूंगा।" उसने हवा में अपनी नाक हिला कर कहा।तो सब हँसने लगे।ये सोचकर की इतनी छोटे से कैटरपिलर ने उन्हें डरा रखा था।
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